*अगर अस्पताल की व्यवस्था सही होती तो 30 वर्षीय युवा ऋषभ की सम्भवत : जान बच जाती*
*पूरे कस्बे का है यह मानना: शोक स्तब्ध शहरवासी*
निवाई। गुरूवार की शाम अपने एक मित्र की शादी में खुशनुमा माहौल के बीच अपने दोस्तो के साथ शाम से रात तक जमकर नाचते-गाते युवक का उसी तडक़े अचानक सीने में दर्द होकर निधन हो जाना पूरे शहरवासियों को स्तब्ध करने वाली घटना हो गई। जिसने भी सुना वही शोक में डूब गया। रात में सोते समय सीने में दर्द का अहसास होने पर घर पर ही उल्टी करने के बाद राहत महसूस कर रहे ऋषभ अपनी मोटर साईकिल चलाकर अपने भाई के साथ सरकारी अस्पताल पहुुंचा जहां से स्वंय पैदल चल कर वहां तैनात मेल नर्स से बात की एवं इन्जेक्शन लगाते ही उसकी मौत ने पूरे शहर को अस्पताल की व्यवस्थाओं को घेरे में ले लिया है। 30 वर्षीय रिषभ उर्फ जोनी के इस आकस्मिक निधन से न केवल नोजवानों में बल्कि हर आमजन में यह चर्चा का विषय बना। बताया जा रहा है कि अपने मित्रों के साथ अपने एक मित्र की शादी की निकासी में 30 वर्षीय ऋषभ काफी खुश मिजाजी के साथ दोस्तो के बीच जमकर डांस भी किया। रात में घर जाकर सोने के उपरान्त तडक़े उसे सीने में दर्द का अहसास हुआ। थोड़ी देर में उल्टी आने से राहत महसूस की। परिवार वालों के कहने पर वह अपने भाई के साथ मोटरसाईकिल खुद ही चलाकर अस्पताल पहुंच अपने दर्द की बात बताई। जहां तैनात कम्पाउडर ने ही दो इन्जेक्शन लगाये बताये तथा इन्जेक्शन लगते ही युवक के प्राण-पखेरू उड़ गये।
*क्या नाईट ड्यूटी चिकित्सक नहीं था ?*
पूरे शहर में इस युवक के आकस्मिक निधन को लेकर स्तब्ध शहर में चर्चा का विषय यह रहा कि क्या गुरूवार की रात्रि को अस्पताल में किसी चिकित्सक की ड्यूटी नहीं थी। अगर थी, तो वहां तैनात मेल नर्स ने उन्हें क्यों नहीं बुलाया ?
*खुद चलकर गया लेकिन वापिस नहीं लौटा*
युवा ऋषभ के पिता सीताराम बोहरा सहित पूरे परिजनों व मित्रों-रिश्तेदारों के आखों के आंसू नहीं थम रहें। बार-बार बेसुध हो रहे पिता बोहरा ने सपने में भी नहीं सोचा था कि उनका बेटा जो उल्टी करने के बाद राहत महसूस कर रहा था उसे अस्पताल दिखाने के लिए पिता ने ही जिद की। स्वंय मोटर साईकिल चलाकर अपने भाई के साथ अस्पताल में खुद ही गया वह वापिस नहीं लोटेगा।
*अस्पताल-प्रभारी ने नहीं दिया जवाब*
यू तो निवाई के सामुदायिक अस्पताल में रात्रि ड्यूटी पर एक चिकित्सक की ड्यूटी लगाई जाती है। किन्तु गुरूवार की रात्रि कौन चिकित्सक ड्यूटी पर था तथा जिस मेलनर्स ने युवक को इन्जेक्शन लगाये थे वो किस चिकित्सक से पूछ कर लगाये। इनका जवाब अस्पताल के कार्यवाहक प्रभारी को फोन किया गया तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया।
*विधायक हुए गम्भीर*
जानकारी मिली है कि इस हादसे के बाद विधायक रामसहाय वर्मा ने गम्भीरता बरतते हुए अस्पताल व्यवस्था सुधारने के लिए कठोर कदम उठाने के निर्देश दिये है।