यूनानी चिकित्सक विश्व की प्राचीन यूनानी पद्धति से रोगियों का कर रहे बेहतर उपचार उपचार से लाभान्वित रोगी मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा एवं यूनानी चिकित्सकों का जता रहे आभार

 यूनानी चिकित्सक विश्व की प्राचीन यूनानी पद्धति से रोगियों का कर रहे बेहतर उपचार

उपचार से लाभान्वित रोगी मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा एवं यूनानी चिकित्सकों का जता रहे आभार


टोंक (सच्चा सागर)। आज के आधुनिक युग में भी विश्व की सबसे प्राचीन यूनानी चिकित्सा पद्धति बरकरार है। इसकी शुरुआत ग्रीस (यूनान) से हुई इसलिए इसे यूनानी पद्धति कहा जाता है। टोंक शहर के ऐतिहासिक बग्गी खाना यूनानी चिकित्सालय में यूनानी चिकित्सक रोगियों का विश्व की प्राचीन यूनानी पद्धति से उनका बेहतर उपचार कर रहे है। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा एवं यूनानी चिकित्सकों का आभार व्यक्त करते हुए उपचार से लाभान्वित हुए रोगियों ने कहा कि इससे रोग जड़ समाप्त हो जाता है।

रोगी अपने रोग से परेशान नहीं हो, प्राकृतिक यूनानी उपचार से अपने जीवन को सुखी बनाएं : डॉ. फिरोज

पिछले कई वर्षों से नींद नहीं आने एवं बुरे सपनों के रोग से 40 वर्षीय संजय कुमार परेशान थे। इन्होंने यूनानी चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. फिरोज खान से परामर्श लिया। अधीक्षक फिरोज ने रोग के लक्षणों को पहचान कर रोगी को यूनानी औषधियां दी। उपचार के थोड़े दिन बाद रोगी बुरे सपने एवं नींद नहीं आने जैसे रोग से ठीक हो गया। रोग से राहत मिलने पर रोगी संजय, अपने मित्रों परिवार जनो तथा अन्य रोगियों को यूनानी चिकित्सालय में उपचार लेेने के लिए प्रेरित करते है। डॉ. फिरोज ने कहा कि संजय कुमार जैसे मरीज अपनी पीड़ा से परेशान ना होकर प्राकृतिक यूनानी उपचार से अपने जीवन को जीवन को सुखी बना सकते हैं।

डॉ. जीशान अली ने प्राचीन यूनानी उपचार से शोएब को ऑपरेशन से बचाया

यूनानी चिकित्सालय के डॉ. जीशान अली ने बताया कि 32 वर्षीय शोएब रोगी कई माह से मिडियन नर्व इंजरी नामक रोग से ग्रसित थे। रोग के कारण उसके दाएं हाथ में कंधे से अंगुलियों तक तेज दर्द, मांसपेशियों में जकडऩ, जलन तथा हाथ की तीन अंगुलियों में सुनपन रहता था। दर्द से परेशान शोएब को कई चिकित्सालयों में उपचार कराने पर भी निजात नहीं मिली। चिकित्सकों ने मरीज को ऑपरेशन का सुझाव दिया, लेकिन रोगी अपना ऑपरेशन नहीं कराना चाहता था। किसी अन्य मरीज़ ने शोएब को यूनानी चिकित्सालय बग्गीखाना टोंक में दिखाने की सलाह दी। शोएब ने यूनानी चिकित्सालय के डॉ. जीशान अली को दिखाया। जीशान ने रोगी से कहा कि यूनानी औषधियों एवं ड्रॉय कपिंग मसाज से आपके ऑपरेशन की नौबत ही नहीं आएगी। यूनानी उपचार से शोएब मात्र तीन सप्ताह में ही पूरी तरह से स्वस्थ्य हो गया। चिकित्सक जीशान ने बताया कि कोई भी मरीज निराश नहीं हो यूनानी चिकित्सा पद्धति अपनाकर रोगी हर रोगो से निजात पा सकते है।


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